ठंड, गर्म और पसीना आने के चरणों की क्रमानुसार वृद्धि
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ठंड, गर्म और पसीना आने के चरणों की क्रमानुसार वृद्धि
3.
क्रमानुसार वृद्धि के विभिन्न उप स्वरूपों, या प्रतिरूपों के वर्णन किये जा चुके हैं.
4.
क्रमानुसार वृद्धि के विभिन्न उप स्वरूपों, या प्रतिरूपों के वर्णन किये जा चुके हैं.
5.
स्थिर मुद्रा में, समूह शुद्ध बिक्री 2% वर्ष पर वर्ष कम होता है और 1% क्रमानुसार वृद्धि हुई है.
6.
स्थिर मुद्रा में, NAVTEQ शुद्ध बिक्री 47% वर्ष पर वर्ष वृद्धि होती है और 2% क्रमानुसार वृद्धि हुई है.
7.
ठंड या बुखार की अवधि ठंड, गर्म और पसीना आने के चरणों की क्रमानुसार वृद्धि प्यास/ प्यास लगना/ प्यास की मात्रा/ अधिकतम परेशानी का समय सिरदर्द का प्रकार और उसका स्थान यह जानना कि लक्षणों के साथ साथ जी मतलाना/ उल्टी आना/ या दस्त जुडा हुआ है या नहीं।
8.
ह्रदय की प्रत्येक धड़कन के दौरान एक स्वस्थ हृदय में विध्रुवीकरण के लहर की सुव्यवस्थित रूप से क्रमानुसार वृद्धि होती है जो शिरानाल-अलिन्द पर्व की कोशिकाओं के द्वारा सक्रिय कर दी जाती है, अलिन्द से होकर अलग हो जाती है, “अन्तस्थ चालन पथ” से होकर गुजरती है एवं फिर संपूर्ण निलय में फैल जाती है.
9.
ह्रदय की प्रत्येक धड़कन के दौरान एक स्वस्थ हृदय में विध्रुवीकरण के लहर की सुव्यवस्थित रूप से क्रमानुसार वृद्धि होती है जो शिरानाल-अलिन्द पर्व की कोशिकाओं के द्वारा सक्रिय कर दी जाती है, अलिन्द से होकर अलग हो जाती है, “अन्तस्थ चालन पथ” से होकर गुजरती है एवं फिर संपूर्ण निलय में फैल जाती है.